000 00908nam a2200205 a 4500
020 _cRs.16
245 1 _aप्रवचन रत्नाकर
_bसमयसार गाथा 181 से 214 तक
_cकानजी; सम्पादक हुकमचन्द भरिल्ल; अनुवादक रतनचचन्द भरिल्ल
250 _aद्वितीय संस्करण
260 _aजयपुर
_bपण्डित टोडरमल स्मारक ट्रस्ट
_c1997
653 _a
082 _aKAN
700 _aभरिल्ल, रतनचचन्द, अनु.
700 _aभरिल्ल, हुकमचन्द, सम्पा.
500 _aContents: Pt.6
100 1 _aकानजी
300 _axiv, 313p.
_c25cm
008 110310 19971991ii ### ⁎⁎⁎⁎ hin
964 _bhin
942 _2ddc
_cBK
999 _c347549
_d347549