TY - BOOK AU - जैन, केवलचन्द TI - जगत में धर्म ही सर्वोपरि है: महापुरुषों की वाणी (गागर में सागर) U1 - 294.4 PY - 0000///[n.d.] CY - बेंगलोर PB - संघवी लालचन्द जीवराज KW - Jaina philosophy Religious life - Jainism ER -