श्रीहीरकप्राभृतम्: आचर्यश्री रमाकान्तशुक्ल-हीरकजयंती-शुभाभिनन्दग्रन्थ: - दिल्ली; देववाणी-परिषद्, n.d. - 536p.; 22cm.

प्रथमः खंड:


978818592423


Sanskrit poetry
Sanskrit literature

891.21 / RAM