TY - ADVS TI - चूलिकोपनिषद् U1 - BIR CY - PUNE KW - Veda ; Upaniṣad ; Vedic literature ; Philosophy, Hindu ; Hinduism-Sacred books N1 - Incomplete; ब्रह्म ब्रह्मविधानं तु ये विदुर्बाह्मणादयः।। ते लयं यान्ति तत्रैव लीना स्याद् ब्रह्मशायिने।। लीना स्यात्ब्रह्मशायिन इति।। इति चूलिकोपनिषत्समाप्ता।।; MFL; New Delhi; IGNCA ER -