रुपनयन

योगशत-वैद्यवल्लभा आयुर्वेदीय चिकित्सा का सारपूर्ण प्राचीन ग्रन्थ रुपनयन ; परिष्कर्ता एवं हिन्दीभाषान्तरकार बालकृष्ण - हरिद्वार दिव्या प्रकाशन 2015 - 480 p. 22cm

Includes bibliographical references and index

9789352357888


Therapeutics
Ayurvedic Medicine

615.536 / RUP