स्थानाङ्गसूत्रं समवायाङ्गसूत्रं च सम्पादक एवम संशोधनकर्त्ता सागरनन्द सूरी - दिल्ली मोतीलाल बनारसीदास 1985 - 411, 150p. 28cm - लाला सुन्दरलाल जैन आगमग्रन्थमाला भाग.2 . ISBN: Rs.350 Subjects--Topical Terms: Jainuism--Sacred books Dewey Class. No.: 294.482 / SUR