वरुणकहा कुमारपालप्रतिबोधें परधनहरणे वरुणकथा सम्पादक एवं अनुवादक एन.वी. वैध्या - टिळकवा़डी नूतन-प्रकाशन 1958 - 32p. 18cm


Sanskrit literature
Sanskrit Stories

891.1 / VAR