मोहन, जगमोहननाथ अवस्थी

चौराहे से बंग प्रान्त की पीडित मानवता के प्रति कवि का मर्मस्पर्शी उद्गार जगमोहननाथ अवस्थी 'मोहन' - प्रयाग हिन्दुस्तानी पब्लिकेशन्स 1944 - 59p. ill. 16cm - कविता माला न.1 .

Rs.1


अवस्थी, जगमोहननाथ (मोहन)


Hindi poetry

891.431 / MOH