हितोपदेश-मित्रलाभः
नारायण
हितोपदेश-मित्रलाभः (अश्लीलांशवर्जितः) 'चन्द्रकला' संस्कृत-हिन्दीव्याख्योपेतम् नारायण; व्याख्याकार केशवदेव शास्त्री; सम्पादक कपिलदेव गिरि - तृतीय संस्करण - वाराणसी चौखम्भा ओरियन्टालिया 1983 - viii, 204p 19cm - गोकुलदास संस्कृत ग्रन्थमाला न.17 .
Includes index
Rs.6.50
Sanskrit literature
Sanskrit fiction
891.23 / NAR
हितोपदेश-मित्रलाभः (अश्लीलांशवर्जितः) 'चन्द्रकला' संस्कृत-हिन्दीव्याख्योपेतम् नारायण; व्याख्याकार केशवदेव शास्त्री; सम्पादक कपिलदेव गिरि - तृतीय संस्करण - वाराणसी चौखम्भा ओरियन्टालिया 1983 - viii, 204p 19cm - गोकुलदास संस्कृत ग्रन्थमाला न.17 .
Includes index
Rs.6.50
Sanskrit literature
Sanskrit fiction
891.23 / NAR