जैनधर्मः
महाप्रज्ञ
जैनधर्मः अर्हत और अर्हताएं महाप्रज्ञ; सम्पादक मुनि धनंजय - नागैर जैन विश्व भारती 1990 - 291p. 22cm - प्रज्ञापर्व प्रवचनमाला न.2 .
Rs.25
Nyaya
Philosophy, Jaina
Jainism
294.4 / MAH
जैनधर्मः अर्हत और अर्हताएं महाप्रज्ञ; सम्पादक मुनि धनंजय - नागैर जैन विश्व भारती 1990 - 291p. 22cm - प्रज्ञापर्व प्रवचनमाला न.2 .
Rs.25
Nyaya
Philosophy, Jaina
Jainism
294.4 / MAH