त्रिपाठी, शिवशंकर
कवियों की लोक-दृष्टि संस्कृत-साहित्य के कुछ रससिद्ध कवियों के चिरन्तन-साहित्य का परि-मन्थन
शिवशंकर त्रिपाठी
- वाराणसी चौखम्बा विद्याभवन 1968
- 240p. 18cm
- विद्याभवन राष्ट्रभाषा ग्रन्थमाला न.117 .
Rs.20
Sanskrit literature
Sanskrit poetry--History and criticism
891.221009 / TRI