शौलीविज्ञान और आलोचना की नई भूमिका
श्रीवास्तव, रवीन्द्रनाथ
शौलीविज्ञान और आलोचना की नई भूमिका रवीन्द्रनाथ श्रीवास्तव - आगर केन्द्रीय हिन्दी संस्थान 1972 - iv, 96p. 23cm - दशाब्दी ग्रन्थ प्रकाशन न.1 .
Bibliography: p.91-96
Rs.3
Hindi literature
Hindi poetry
Hindi poetry--History and criticism
Hindi language--Style
Style, Literary
891.43109 / SRI
शौलीविज्ञान और आलोचना की नई भूमिका रवीन्द्रनाथ श्रीवास्तव - आगर केन्द्रीय हिन्दी संस्थान 1972 - iv, 96p. 23cm - दशाब्दी ग्रन्थ प्रकाशन न.1 .
Bibliography: p.91-96
Rs.3
Hindi literature
Hindi poetry
Hindi poetry--History and criticism
Hindi language--Style
Style, Literary
891.43109 / SRI